लोकसभा चुनाव की फर्जी तिथि घोषित करने वालों के खिलाफ भारतीय निर्वाचन आयोग ने मामला दर्ज करा दिया है। निर्वाचन आयोग ने अभी तक लोकसभा चुनाव की अधिकारिक घोषणा नहीं की है। इस बीच किसी ने चुनावों की फर्जी घोषणा तैयार कर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। जब यह खबर वायरल होने लगी तो निर्वाचन आयोग ने पुलिस में मामला दर्ज करा दिया है।इस फर्जी घोषणा के तहत अप्रैल और मई में लोकसभा चुनाव बताए गए हैं।विज्ञापन
बता दें कि निर्वाचन आयोग शुक्रवार के बाद कभी भी लोकसभा चुनावों की घोषणा कर सकता है। अभी चुनाव आयोग की टीम जम्मू-कश्मीर का दौरा कर लौटी है। फर्जी घोषणा में 10 अप्रैल से चुनाव की शुरुआत दिखाई गई है। जो फर्जी सूची डाली गई है, उसमें 10, 17, 24 अप्रैल, 7 मई व 12 मई को बिहार की वोटिंग है।इसमें बाद 10 और 17 अप्रैल को उड़ीसा में मतदान तय किया गया है। पश्चिम बंगाल में 17, 24, 30 अप्रैल और 7 व 12 मई को वोटिंग दिखाई गई है। इसी तरह झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और उत्तरप्रदेश सहित सभी राज्यों में लोकसभा चुनाव की तिथियां बताई गई हैं।
अंतिम चरण में उत्तरप्रदेश का चुनाव होगा। यहां पर फर्जी सूची के मुताबिक, पांच चरणों में वोट डाले जाएंगे।10, 17, 24, 30 अप्रैल और 7 व 12 मई को मतदान निर्धारित किया गया है। चुनाव आयोग का कहना है कि यह किसी की शरारत है। इसका चुनाव आयोग से कोई लेना-देना नहीं है। जिस किसी व्यक्ति ने यह हरकत की है, उसे कानून के मुताबिक सजा मिलेगी।